उत्तराखंड (UTTARAKHAND): राज्य में विकास से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड केवल सांस्कृतिक रूप से समृद्ध प्रदेश ही नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना का केंद्र भी है। उन्होंने गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ, केदारनाथ, जागेश्वर और आदि कैलाश जैसे पवित्र धामों का उल्लेख करते हुए कहा कि इन धार्मिक स्थलों से न सिर्फ करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है, बल्कि यहां आने वाले श्रद्धालु प्रदेश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाते हैं। पीएम मोदी के अनुसार, हर वर्ष लाखों भक्तों का आगमन उत्तराखंड में आर्थिक गतिविधियों और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देता है।
कई विभागों से जुड़ी योजनाओं को मिली मंजूरी
प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई नई परियोजनाएं पेयजल आपूर्ति, सिंचाई व्यवस्था, ऊर्जाक्षेत्र, तकनीकी शिक्षा, शहरी विकास, खेल और कौशल उन्नयन जैसे कई महत्वपूर्ण सेक्टरों से जुड़ी हैं। प्रमुख परियोजनाओं में अमृत मिशन के तहत देहरादून में जल आपूर्ति को विस्तृत करने की योजना, पिथौरागढ़ में नया विद्युत उपकेंद्र, सरकारी भवनों में सोलर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करना और हल्द्वानी के नैनीताल जिले स्थित स्टेडियम में आधुनिक एस्ट्रोटर्फ हॉकी मैदान तैयार करना शामिल है।
पर्यटन ने बदली उत्तराखंड की तस्वीर: पीएम मोदी
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में पर्यटन की तेज़ी से बढ़ी संभावनाओं पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि दो दशक पहले जहां पूरा छह महीनों में केवल 4000 लोग हवाई मार्ग से उत्तराखंड पहुंचते थे, वहीं आज प्रतिदिन लगभग इतने ही पर्यटक हवाई जहाज से पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में राज्य में उच्च शिक्षा का भी व्यापक विस्तार हुआ है—जहां पहले केवल एक मेडिकल कॉलेज था, वहीं आज प्रदेश में 10 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोतरी दर्ज की गई है।