सिंदरी (SINDRI): बी.आई.टी. सिंदरी में दो दिनों तक चलने वाला “आईडिया ट्राइब – नवाचार प्रस्तुति प्रतियोगिता 2025” का जोनल चरण बुधवार को सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। यह आयोजन इंस्टीट्यूशन्स इनोवेशन काउंसिल (IIC), बी.आई.टी. सिंदरी द्वारा झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (JUT), रांची के सहयोग से किया गया था।
इस प्रतियोगिता में JUT से संबद्ध विभिन्न इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेजों की कुल 126 टीमों ने हिस्सा लेकर आदिवासी समुदाय के सामाजिक-आर्थिक उत्थान को ध्यान में रखते हुए नवोन्मेषी प्रस्ताव प्रस्तुत किए।
दो दिनों तक चले इस कार्यक्रम में प्राप्त सभी विचारों का परीक्षण एक विशेषज्ञ समिति द्वारा किया गया। जूरी में प्रो. प्रकाश कुमार, प्रो. एस.सी. दत्ता, प्रो. आर.के. वर्मा, प्रो. राहुल कुमार, स्टार्टअप झारखंड से श्री रवि रंजन सिंह, विसापेन के CEO श्री सुमित कुमार, प्रो. मुरली मनोहर, प्रो. विजय कुमार बेसरा, प्रो. मुकेश चंद्र और बीआईटी सिंदरी के टेक्समिन इंचार्ज श्री राजेश कुमार दास शामिल थे। सभी विशेषज्ञों ने नवीनता, सामाजिक उपयोगिता, व्यवहारिकता, प्रभावशीलता और विस्तार की संभावना जैसे मानकों के आधार पर प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन किया।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन भी विद्यार्थियों ने कई प्रेरक और जनहितैषी विचार प्रस्तुत किए। इनमें प्रमुख थे—सौर ऊर्जा आधारित मॉडल गाँव की अवधारणा, आदिवासी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने वाला क्लाउड-किचन मॉडल, ई-लर्निंग और टेली-हेल्थ सेवाओं से युक्त ऑफलाइन-सक्षम डिजिटल कियोस्क, वित्तीय सेवाओं को सरल बनाने वाले समाधान, हस्तशिल्प बाज़ार को बढ़ावा देने के लिए तकनीकी मंच तथा जनजातीय भाषाओं को संरक्षित करते हुए सरकारी योजनाओं तक उनकी पहुँच आसान बनाने हेतु विकसित भाषा सहायता प्लेटफ़ॉर्म।
चयनित टीमों को उनके नवाचार को आगे ले जाने के लिए सीड फ़ंडिंग मुहैया कराई जाएगी।
IIC 8.0 के सफल समापन पर BIT सिंदरी के प्रेसिडेंट प्रो. प्रकाश कुमार ने आयोजन में जुटे सभी फ़ैकल्टी और छात्र समन्वयकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि निदेशक प्रो. पंकज राय का सहयोग और दूरदृष्टि संस्थान में नवाचार संस्कृति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
कार्यक्रम के अंत में IIC 8.0 के कन्वेनर प्रो. राहुल कुमार ने सभी प्रतिभागियों और जूरी सदस्यों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कुसुम न्यूज़ से निशा की रिपोट