धनबाद (सिंदरी): डोमगढ़ बचाने की हुंकार—जनसभा में सांसद ढुलू महतो बोले, “किसी भी कीमत पर नहीं उजड़ने दूंगा डोमगढ़”
सिंदरी क्षेत्र में एफसीआईएल द्वारा डोमगढ़ की 304 एकड़ भूमि सेल को सौंपने और स्थानीय परिवारों को आवास खाली करने का नोटिस भेजे जाने के विरोध में सोमवार को डोमगढ़ बचाओ मोर्चा की ओर से एक बड़ी जनसभा का आयोजन किया गया। यह सभा मोर्चा अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह के नेतृत्व में डोमगढ़ राइजिंग क्लब मैदान में संपन्न हुई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर धनबाद के लोकप्रिय सांसद ढुलू महतो ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डोमगढ़ सिंदरी की बस्ती को किसी भी हालत में उजाड़ने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वे जल्द ही धनबाद के उपायुक्त से मोर्चा प्रतिनिधियों की मीटिंग करवाएंगे और आवश्यकता पड़ने पर दिल्ली जाकर केंद्र सरकार के सामने भी एफसीआईएल की कार्रवाई का विरोध रखेंगे।
सांसद ने राज्य सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि वर्तमान हेमंत सरकार और कांग्रेस “बल और दबाव” के सहारे बिना उचित मुआवजा दिए कंपनियों को फायदा पहुंचाने में लगी है। उन्होंने कहा—“मैं आपके साथ खड़ा हूं। डोमगढ़ की लड़ाई सिर्फ आपकी नहीं, मेरी भी है। मैं बेटा बनकर, भाई बनकर आपके साथ संघर्ष करूंगा।”
स्थानीय नेताओं का भी प्रशासन पर प्रहार
सभा में पूर्व विधायक इंद्रजीत महतो की पत्नी तारा देवी, भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद दिनेश सिंह, सिंदरी चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष दीपक कुमार दीपू सहित कई वक्ताओं ने एफसीआईएल के आवास खाली कराने की कार्यवाही पर आपत्ति जताई। वक्ताओं ने कहा कि सिंदरी खाद कारखाने के बंद होने के बाद से क्षेत्र लगातार उपेक्षा का शिकार रहा है और अब आवासीय इलाके को खाली कराने की पहल लोगों के जीवन पर सीधा खतरा डाल रही है।
भाजपा सिंदरी नगर अध्यक्ष अरविंद पाठक ने भी कहा कि एफसीआईएल प्रबंधन द्वारा जिस तरीके से नोटिस जारी किए जा रहे हैं, वह अनुचित और अमानवीय है, जिसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता।
महिलाओं ने भी उठाई आवाज, “सिंदरी को उजड़ने नहीं देंगे”
नारी सेवा संघ की अध्यक्ष रंजना शर्मा और उमा शर्मा ने सभा में महिलाओं को एकजुट होने का आह्वान करते हुए कहा कि सिंदरी व डोमगढ़ की अस्मिता की इस लड़ाई में महिलाएं खुलकर सामने आएंगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन की गलत नीतियों के खिलाफ महिलाओं की भागीदारी संघर्ष को और मजबूत बनाएगी।
जनता की भारी मौजूदगी
सभा में डोमगढ़, सिंदरी और गौशाला क्षेत्र के बड़ी संख्या में महिला-पुरुष, युवा और बच्चे मौजूद रहे। लोगों की उपस्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि जमीन और आवास को बचाने के लिए स्थानीय नागरिक आगामी दिनों में और भी जोरदार आंदोलन का रास्ता अपनाने को तैयार हैं।
कुसुम न्यूज़ निशा की रिपोट