दल आवामी लीग को राजनीतिक प्रक्रिया से अलग रखता है, तो उनकी पार्टी भविष्य के किसी भी चुनाव में हिस्सा लेने पर पुनर्विचार कर सकती है। 78 वर्षीय हसीना इन दिनों स्वयं-निर्वासन में भारत में रह रही हैं और उन्होंने नई दिल्ली में रॉयटर्स से बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की।
अगस्त 2024 में छात्र संगठनों द्वारा किए गए तीव्र प्रदर्शनों और व्यापक हिंसा के बाद उन्हें पद से हटाया गया था। इसके बाद अर्थशास्त्री और नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. मुहम्मद यूनुस की नेतृत्व में एक अंतरिम प्रशासन देश चला रहा है, जिसने फरवरी 2026 तक आम चुनाव कराने की रूपरेखा प्रस्तुत की है।
हसीना ने कहा कि आवामी लीग पर लगाए गए प्रतिबंध लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सीमित करते हैं और यदि ऐसा जारी रहता है तो बड़ी संख्या में मतदाता राजनीतिक मुख्यधारा से दूर हो सकते हैं। बांग्लादेश में 12.6 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, जहाँ दशकों से आवामी लीग और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) मुख्य प्रतिस्पर्धी दल रहे हैं।
मई 2025 में अंतरिम सरकार ने आवामी लीग की आधिकारिक मान्यता निलंबित करते हुए पार्टी को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए जोखिम बताया था और उसकी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी। अब स्थिति यह है कि पार्टी के भविष्य, उसकी संगठनात्मक भूमिका और हसीना की घर वापसी—तीनों मुद्दे अनिश्चितता में हैं।