शहरी भूजल प्रबंधन में देश का लाइटहाउस शहर – बेहतर जल भविष्य की ओर सकारात्मक रुझान

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◆धनबाद ने आयोजित किया क्षेत्रीय “शैलो एक्विफर मैनेजमेंट 2.0” कार्यशाला; शहरी भूजल संरक्षण में बना राष्ट्रीय लाइटहाउस शहर

■शहरी जल सुरक्षा को मजबूती देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA), भारत सरकार के अधीन नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (NIUA) ने शैलो एक्विफर मैनेजमेंट (SAM) 2.0 के तहत धनबाद में क्षेत्रीय ओरिएंटेशन कार्यशाला आयोजित की। यह कार्यक्रम AMRUT 2.0 मिशन के अंतर्गत चल रही शहरी जल प्रबंधन पहलों का भाग है।

■NIUA ने MoHUA के मार्गदर्शन में SAM 1.0 को देश के नौ शहरों—जिनमें धनबाद भी शामिल था—में सफलतापूर्वक लागू किया। इस अनुभव से मिली सीखों और सकारात्मक रुझानों को देखते हुए मंत्रालय ने कार्यक्रम का विस्तार करते हुए SAM 2.0 को 75 शहरों तक ले जाने का निर्णय लिया।
इस विस्तार प्रक्रिया में, मंत्रालय के निर्देश पर NIUA ने धनबाद को क्षेत्रीय कार्यशाला होस्ट करने के लिए चुना। कार्यशाला में झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और सिक्किम से आए 11 शहरों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इससे प्रतिभागी शहरों को धनबाद के अनुभवों और व्यावहारिक कार्यान्वयन से सीधे सीखने का अवसर मिला।

■उद्घाटन सत्र में श्री रवीराज शर्मा, आयुक्त, धनबाद नगर निगम, ने शहरी जल सुरक्षा के लिए शैलो एक्विफर प्रबंधन के महत्व पर बल दिया। उन्होंने विशेष रूप से जोर दिया कि समुदाय की भागीदारी और उनकी स्वामित्व भावना दीर्घकालिक सफलता की कुंजी है—क्योंकि उपयोगकर्ता स्वयं प्राथमिक लाभार्थी होते हैं। उनका संदेश प्रतिभागी शहरों को सामुदायिक संलग्नता के व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

■श्री एकलव्य प्रसाद, प्रबंध न्यासी, मेघ पाइन अभियान (धनबाद)—जिन्होंने धनबाद में SAM 1.0 के क्रियान्वयन में सहयोग किया—ने कार्यान्वयन के चरणों, साझेदारियों, तकनीकी समाधान और स्थानीय संदर्भ में अपनाए गए दृष्टिकोण पर विस्तृत प्रस्तुति दी।

■कार्यशाला के तहत प्रतिभागियों ने परियोजना स्थल का दौरा किया, जहाँ वे उन समुदायों से मिले जो रीचार्ज किए गए भूजल का उपयोग कर रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने साझा किया कि इस हस्तक्षेप से दैनिक जल उपलब्धता में सुधार हुआ है और शहरी क्षेत्रों में सुरक्षित व टिकाऊ भूजल पहुँच की संभावना दिखी है।

■सफल क्रियान्वयन, संस्थागत सहयोग, और समुदाय-आधारित दृष्टिकोण ने धनबाद को शहरी भूजल संरक्षण में देश का एक लाइटहाउस शहर बना दिया है। SAM 2.0 से जुड़े शहर अब धनबाद के अनुभवों से सीख लेते हुए बेहतर जल भविष्य की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

कुसुम न्यूज़ रिपोर्ट

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