नई दिल्ली/धनबाद, 11 दिसंबर 2024: धनबाद सांसद ढुलू महतो ने संसद में देश के अंतरिक्ष कार्यक्रमों और भविष्य की महत्वाकांक्षी योजनाओं पर गहन चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) और अंतरिक्ष दृष्टिकोण 2047 से संबंधित सवाल उठाए, जिससे उनकी देश के विकास और वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति गंभीरता स्पष्ट हुई।
2035 तक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन का लक्ष्य
संसद में हुई चर्चा के दौरान सरकार ने बताया कि भारत 2035 तक एक प्रचालनात्मक भारतीय अंतरिक्ष केंद्र स्थापित करेगा। साथ ही, 2040 तक मानवयुक्त चंद्र मिशन की योजना भी बनाई जा रही है। यह अंतरिक्ष केंद्र विज्ञान, प्रौद्योगिकी, कृषि और चिकित्सा जैसे क्षेत्रों में शोध का एक बहुआयामी केंद्र बनेगा।
महत्वपूर्ण योजनाएं:
1. 2028 तक भारतीय अंतरिक्ष केंद्र का पहला मॉड्यूल स्थापित किया जाएगा।2. 2027 तक चंद्रयान-4 मिशन के जरिए चंद्रमा की सतह से नमूने लाने का प्रयास होगा।3. 2028 तक शुक्र कक्षीय मिशन लॉन्च करने की योजना है।
सांसद की बात
ढुलू महतो ने कहा, “यह भारत के लिए गर्व का विषय है कि हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते हुए अंतरिक्ष क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। यह मेरे लिए सम्मान की बात है कि मैं संसद में जनता की आवाज बनकर इन महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा कर रहा हूं।”
जनता के बीच सराहना
सांसद महतो के इस प्रयास को राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है। उन्होंने यह दिखाया है कि वे जनहित और विकासशील मुद्दों को प्राथमिकता देते हैं। उनके इस कदम से न केवल अंतरिक्ष क्षेत्र की उपलब्धियों को उजागर किया गया, बल्कि झारखंड और धनबाद के युवाओं के लिए यह एक प्रेरणास्रोत साबित हो रहा है।ढुलू महतो का यह प्रयास देश की अंतरिक्ष प्रगति और जनता की भागीदारी को जोड़ने का मजबूत उदाहरण है।