बाबा मंदिर के गर्भगृह में छेड़छाड़; एक्शन में देवघर डीसी | बाबा मंदिर के गर्भगृह में भ्रूण; एक्शन में देवघर डीसी: मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त से वित्तीय-प्रशासनिक अधिकार छीन लिया गया; मंदिर की सजावट – देवघर समाचार

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देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में स्थित शिवलिंग और अरघा के आसपास कथित रूप से स्थापित कार्य को लेकर देवघर डीसी ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त के वित्तीय विभाग पर रवि कुमार की जांच रिपोर्ट का आधार बनाया

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बता दें कि देवघर ने सोशल मीडिया पर अन्य माध्यमों से बाबा के गर्भ ग्रह के एपिसोड में रविवार को 24 घंटे की आंतरिक जांच कर रिपोर्ट पर जोर देकर कहा था।

मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकार छीन लिए गए हैं।

सोमवार को बाइबिल ने बाबा मंदिर स्थापना मामले की जांच की। इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में काम किया, एसआईटीए एसआईटी और अन्य पुजारियों से बातचीत के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई। जिसके बाद डीसी देवघर ने यह निर्णय लिया।

क्या है पूरा मामला

शनिवार को बाबा मंदिर के गर्भगृह में विशेष साफ-सफाई की बात की गई, जिसकी सूचना दोपहर तीन बजे ही मंदिर का पट बंद कर दिया गया। उसके बाद मंदिर का पाट पूजा के दौरान खोला गया और पूजा की गई।

जयंती रविवार को मंदिर का पट खुला तो शिवलिंग का रूप बदला गया। इसके ऊपर बताई गई जैसी चीज लगी थी।

इसी तस्वीर के वायरल होने के बाद बढ़ा विवाद

इसी तस्वीर के वायरल होने के बाद बढ़ा विवाद

आरोप है कि बाबा मंदिर को बंद कर सफाई के नाम पर शिलालेख पर कोई चीज लगाई गई और गर्भागृह में कुछ टाइलें बदल दी गईं।

पुरोहितों का कहना है कि न्यायालय के निर्देशों के अनुसार मंदिरों के गर्भगृह में किसी भी प्रकार का काम करने से पहले मंदिर प्रशासन को पुरोहित समाज और सरदार पंडा का पद ग्रहण करना अनिवार्य है।

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देवघर मंदिर से जुड़ी इस खबर में…

बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग से छिपकली:बीना की मूर्ति और अरघा की उठी हुई परत, देवघर डीसी ने नीचे दी गई जांच के आदेश दिए

विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योर्तिलिंग बाबा बैद्यनाथ के शिवलिंग और अर्घा से विवाह का मामला सामने आया है। गॉडडा मिनियन निशिकांत दुबे ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर तस्वीर शेयर की है। इसमें देखने पर आ रहा है कि शिवलिंग और अरघा के पास के पास मांग का लेप जैसा कुछ लगा है।

इस तस्वीर के बाद चर्चा का बाजार गर्म है। सवाल उठ रहा है कि आख़िर बाबा बैद्यनाथ के लिंग से मूर्तियाँ कैसे निकलीं। इस बात का स्मरण करते हुए देवघर रजिस्ट्रार ने जांच के आदेश दिए हैं।

न्यूड ने लिखा है- द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ और 51 शक्तिपीठों में से एक हृदय पीठ देवघर में झारखंड सरकार का यह अनर्थ, लिंग पर आधारित धार्मिक आस्था पर कांग्रेस सरकार का सीधा प्रहार है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

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