
Jharkhand CM Oath Ceremony के तहत झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेता हेमंत सोरेन आज राज्य के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। यह शपथ ग्रहण समारोह रांची के मोराबादी मैदान में आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का समय शाम 4 बजे तय किया गया है और झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे।
Jharkhand CM Oath Ceremony: कार्यक्रम का समय और स्थान
Jharkhand CM Oath Ceremony रांची के मोराबादी मैदान में आयोजित होगा। यह कार्यक्रम 28 नवंबर को शाम 4 बजे होगा। शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार हेमंत सोरेन को शपथ दिलाएंगे। कांग्रेस के महासचिव और झारखंड प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने जानकारी दी कि हेमंत सोरेन अकेले ही शपथ लेंगे, जबकि उनकी कैबिनेट का विस्तार विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद किया जाएगा।
Jharkhand CM Oath Ceremony: कौन-कौन होंगे शामिल?
Jharkhand CM Oath Ceremony में कई दिग्गज नेता और अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल होने जा रहे हैं। हेमंत सोरेन ने जनता से भी इस ऐतिहासिक क्षण में शामिल होने की अपील की है। उन्होंने कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए यूट्यूब लिंक भी साझा किया है।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले प्रमुख नेताओं की सूची:
- कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी
- एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
- मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा
- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान
- हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू
- सीपीआई (एमएल) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य
- आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल
- शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे
- समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव
- पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती
- तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन
- कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार
- बिहार के विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव
Jharkhand CM Oath Ceremony: तैयारियां और सुरक्षा व्यवस्था
Jharkhand CM Oath Ceremony के लिए रांची में विशेष तैयारियां की गई हैं। पूरे शहर में पोस्टर लगाए गए हैं और समारोह को भव्य बनाने के लिए ट्रैफिक और सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
हेमंत सोरेन ने बुधवार को कार्यक्रम स्थल का दौरा किया और तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने कहा, “ऐसे प्रतिष्ठित नेताओं का इस मौके पर हमारे साथ होना बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह झारखंड के लिए गर्व का क्षण है।”
Jharkhand CM Oath Ceremony: चुनावी परिणाम और सोरेन की जीत
Jharkhand CM Oath Ceremony का आयोजन हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में हेमंत सोरेन की बड़ी जीत के बाद हो रहा है। सोरेन ने बरहेट सीट से भाजपा के गमलियाल हेंब्रोम को 39,791 वोटों के अंतर से हराया।
उनकी पार्टी JMM ने कांग्रेस और राजद के साथ मिलकर 81 सदस्यीय विधानसभा में 56 सीटें हासिल कीं। दूसरी ओर, भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को केवल 24 सीटें मिलीं। यह जीत हेमंत सोरेन के नेतृत्व की ताकत और उनकी पार्टी की झारखंड में गहरी पकड़ को दर्शाती है।
Jharkhand CM Oath Ceremony: हेमंत सोरेन का चौथा कार्यकाल
Jharkhand CM Oath Ceremony हेमंत सोरेन के चौथे मुख्यमंत्री कार्यकाल का आगाज है। इससे पहले वे 2013-2014 और 2019-2024 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे। सोरेन ने अपने पिछले कार्यकाल में कई योजनाओं और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी थी, और अब उनके नए कार्यकाल से भी जनता को ऐसी ही उम्मीदें हैं।
Jharkhand CM Oath Ceremony: विपक्ष का प्रदर्शन
भाजपा को इस चुनाव में भारी नुकसान हुआ, जो कि Jharkhand CM Oath Ceremony की पृष्ठभूमि में देखा जा सकता है। भाजपा ने 2014 के चुनाव में 37 सीटें जीती थीं, लेकिन इस बार वह केवल 24 सीटों पर सिमट गई।
विपक्ष के नेताओं ने हेमंत सोरेन की जीत को लोकतंत्र की जीत बताया है और उम्मीद जताई है कि उनका नेतृत्व झारखंड को एक नई दिशा देगा।
Jharkhand CM Oath Ceremony: समारोह का महत्व
Jharkhand CM Oath Ceremony केवल एक शपथ ग्रहण नहीं है, बल्कि यह झारखंड में एक नई राजनीतिक दिशा की शुरुआत का प्रतीक है।
- राजनीतिक एकता का प्रतीक: विभिन्न दलों के नेताओं की उपस्थिति से यह स्पष्ट होता है कि झारखंड की राजनीति में एकता की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
- जनता की उम्मीदें: झारखंड के लोग इस नए नेतृत्व से अपने राज्य के विकास और समृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं।
- राष्ट्रीय ध्यान का केंद्र: झारखंड के इस शपथ ग्रहण समारोह पर पूरे देश की नजर है, क्योंकि यह भाजपा विरोधी गठबंधन की एकजुटता को भी प्रदर्शित करता है।
Jharkhand CM Oath Ceremony: निष्कर्ष
Jharkhand CM Oath Ceremony झारखंड के राजनीतिक और सामाजिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना है। हेमंत सोरेन का चौथा कार्यकाल उनके लिए चुनौतियों और अवसरों का मिश्रण होगा। राज्य की जनता उनसे रोजगार, शिक्षा, और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़े सुधारों की उम्मीद कर रही है।
इस शपथ ग्रहण समारोह में देश भर के नेताओं की उपस्थिति न केवल झारखंड की राजनीति को मजबूत करेगी, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक नई दिशा की शुरुआत करेगी।