
धनबाद (DHANBAD): जोड़ाफाटक रोड के प्रसिद्ध आवासीय परिसर आशीर्वाद टावर में गुरुवार की आधी रात अचानक अफरा-तफरी मच गई। रात लगभग 12:30 बजे तीन युवक बिना किसी ठोस पहचान के गेट पार कर सोसाइटी के अंदर दाखिल हो गए। सुरक्षा गार्ड को उन्होंने सिर्फ इतना बताया कि उन्हें “रंगाटांड़ वाले किशन” के फ्लैट तक जाना है, जिसके बाद गार्ड ने बिना पूछताछ के रास्ता दे दिया।
बताया गया है कि तीनों सीधे A-ब्लॉक की पांचवीं मंजिल तक पहुंचे और फ्लैट नंबर A-2 (केशव अरोड़ा का आवास) के बाहर आ धमके। उन्होंने लगातार कॉल बेल दबाई और दरवाज़ा खुलवाने के लिए जोर-जबरदस्ती तक कर डाली। अंदर से आपत्ति जताने पर भी युवक यह कहते रहे कि यह किशन का घर है और वे सही जगह आए हैं।
दरवाज़ा न खुलने पर तीनों पहले बेसमेंट में उतरे और वहां सुबोध लाल की पार्क की गई कार के नंबर प्लेट को तोड़कर वाहन के ऊपर रख दिया। हैरानी की बात यह कि ड्यूटी पर मौजूद दोनों सुरक्षा गार्ड यह सब देखते रहे, फिर भी उन्होंने न रोका न ही किसी निवासी को चेताया।
इसके बाद युवक लिफ्ट और फ्लोर पर थूक कर गंदगी फैलाते हुए उस कार में बैठकर परिसर से निकल गए।
घटना का पता चलने पर केशव अरोड़ा ने सोसाइटी के अध्यक्ष मुकेश अरोड़ा को सूचना दी। इसके बाद सोसाइटी सदस्यों हरभजन सिंह, सुबोध लाल, रोहित खरकिया, शेखर और मधु को भी हालात से अवगत कराया गया। तुरंत बैंक मोड़ थाने को कॉल किया गया। पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर बेसमेंट और ऊपरी मंजिलों का निरीक्षण किया तथा CCTV फुटेज भी देखा। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया कि किशन, सुबोध लाल के बेटे का नाम है — जिससे संदेह और गहरा गया है।
पुलिस के अनुसार तीनों युवकों की पहचान और उनकी मंशा की पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी। थाने ने निवासियों से औपचारिक शिकायत दर्ज कराने के लिए आवेदन करने को कहा है।
इस घटना ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। निवासियों का कहना है कि युवकों का व्यवहार देखकर ऐसा लग रहा था जैसे वे किसी आपराधिक वारदात की तैयारी में थे।
सोसाइटी प्रबंधन ने चेतावनी दी है कि यदि ठोस कार्रवाई और सुरक्षा सुधार तुरंत नहीं किए गए, तो वे मामला एसपी कार्यालय तक ले जाएंगे और गार्ड एजेंसी बदलने पर भी विचार किया जाएगा।