धनबाद, 30 दिसंबर 2024: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में डॉ. भीम राव अंबेडकर के खिलाफ कथित बयान के विरोध में सोमवार को धनबाद में जोरदार प्रदर्शन हुआ। वाम दलों और भीम आर्मी ने अलग-अलग विरोध कार्यक्रम आयोजित किए और रंधीर वर्मा चौक पर गृह मंत्री अमित शाह का पुतला दहन किया।वाम दलों ने राष्ट्रीय आह्वान के तहत जिला परिषद मैदान से एक प्रतिवाद रैली निकाली, जो मुख्य मार्ग होते हुए रंधीर वर्मा चौक पर समाप्त हुई। रैली में “डॉ. अंबेडकर का ये अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान” जैसे नारे गूंजते रहे। पुतला दहन के बाद प्रदर्शनकारियों ने एक सभा आयोजित की, जिसमें वाम दलों के नेताओं ने केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर तीखे हमले किए।
वाम नेताओं के आरोप:वक्ताओं ने कहा कि 17 दिसंबर को राज्यसभा में अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी से मोदी सरकार के डॉ. अंबेडकर और संविधान के प्रति विद्वेष का पर्दाफाश हुआ है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस की विचारधारा हमेशा अंबेडकर के जातीय शोषण से मुक्ति के विचार का विरोध करती रही है। नेताओं ने आरोप लगाया कि संविधान को कमजोर करने और संवैधानिक संस्थाओं को सरकार के अधीन करने की साजिश रची जा रही है।
सभा में प्रमुख वक्ता:इस प्रदर्शन और सभा में वाम दलों के नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता माले जिला सचिव बिंदा पासवान ने की, जबकि संचालन सीपीआई(एम) के संतोष कु घोष ने किया। मुख्य वक्ता के तौर पर माकपा राज्य कमिटी के वरिष्ठ नेता गोपी कांत बक्सी, भाकपा माले के हरिप्रसाद पप्पू, सीपीआई जिला सचिव फिरोज रजा कुरैशी, फॉरवर्ड ब्लॉक के मोफिज साहिल, एसयूसीआई(सी) के अनिल बाउरी और आरएसपी के गणेश दीवान वर्मा ने अपनी बात रखी।
भीम आर्मी का प्रदर्शन:इसी क्रम में भीम आर्मी ने भी रंधीर वर्मा चौक पर अमित शाह के बयान के विरोध में प्रदर्शन किया और उनका पुतला जलाया। संगठन ने इसे अंबेडकर और संविधान का अपमान बताते हुए तीखी आलोचना की और भाजपा सरकार पर संविधान बदलने की साजिश रचने का आरोप लगाया।
अन्य प्रमुख नेता और कार्यकर्ता:सभा में शिव बालक पासवान, कार्तिक प्रसाद, रेणु देवी, भगवान दास पासवान, छोटेलाल महतो, लिलामय गोस्वामी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया।यह विरोध प्रदर्शन क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। वाम दलों और भीम आर्मी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे डॉ. अंबेडकर के खिलाफ किसी भी तरह के अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे।