वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर अवस्था में एक घंटे तक अस्पताल में रहे और हर वार्ड का निरीक्षण किया।
झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर शनिवार को अचानक पलामू स्थित मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल पहुंचे। उन्होंने वहां निरीक्षण किया। इस दौरान वहां जमे हुए रॉबर्ट्स को देख वो नाराज हो गए।
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अस्पताल में सक्रिय दस्तावेज़ों को लेकर के भी मंत्री ने दस्तावेज़ों को स्पष्ट किया। डॉक्टर और डॉक्टर से कहा- यह शर्त यहां नहीं है। फेसबुक बंद करने का उपाय। अस्पताल के सभी कर्मचारियों को ड्रैस में रहने के लिए कहा गया ताकि उन्हें अस्पताल में आसानी हो।
मित्र ने मंत्री से पैसे वाले दोस्त की भी शिकायत की
वित्त मंत्री ने एक घंटे तक हॉस्पिटल में रहकर और हर वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान ड्यूटी से डॉक्टर गायब मिले, अस्पताल में गंदगी फैली हुई दिखाई दी। नौकर ने मंत्री से पैसा मांगा की भी शिकायत।
डॉक्टर ने कहा- हॉस्पिटल के कर्मचारी 10 हजार और 15 हजार रुपये पैर के ऑपरेशन के लिए मांग रहे हैं।
दोस्त ने की याचिका
मंत्री ने अपने बीच में बताया कि आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं किया जाता है। हॉस्पिटल के कर्मचारी 10 हजार और 15 हजार रुपये पैर के ऑपरेशन के लिए मांग रहे हैं। इस पर मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सभी का इलाज मुफ्त करें।
वार्ड के हालात को देखकर कहा- यह सिर्फ नाम के लिए है
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नाम के लिए है। बैचलर वार्ड में ना तो ऑक्सीजन ऑक्सफोर्ड की व्यवस्था है और ना ही हार्ट रेट, ऑक्सीजन लेवल और बीपी ओपीडी के लिए मॉनिटर तक नहीं मिला है। सर्जरी वार्ड में बेड पर खून लगाया गया, चंद्र और डस्ट को देखकर भी मंत्री नाराज हो गए।

सर्जरी वार्ड में बेड पर खून लगाया गया, चंद्र और डस्ट को देखकर भी मंत्री नाराज हो गए।
वहीं, मेडिकल कॉलेज के उद्यमियों ने बताया कि 5 करोड़ रुपये अकाउंट में जमा हैं। लेकिन मीटिंग नहीं होने के कारण उसे खर्च करने की अनुमति नहीं मिल पा रही है। इसके आवे मेडिकल कॉलेज का निर्माण वर्ष पांच में भी पूरा नहीं होने पर मंत्री ने कंपनी के प्रतिनिधि को हर हाल में 2025 दिसंबर तक निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया।