8वें दिन हुई मौत, मिनिस्टर दीपिका बोली- हॉस्पिटल वार्ड को बनाया गया है बॉटल
गुजरात के झगड़िया औद्योगिक क्षेत्र (भरूच) में पड़ोसी की हैवानियत का शिकार हुई मोटरसाइकल की 10 साल की मासूम 8 दिन बाद जिंदगी की जंग हार गई। वडोदरा में इलाज के दौरान सोमवार को उसे दो बार दिल का दौरा पड़ा। इसके बाद उन्होंने शाम 6.15 बजे दम तोड़ दिया।
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दूसरी ओर, आमाबेअम विजय असैनिट की पादप अवधि 7 दिन बढ़ा दी गई है। झारखंड निवासी 37 सालवर मैसाचुसेट्स, बच्ची के पिता के साथ उसी फैक्ट्री में काम करता था और उसके स्टोर के पास रहता था। वह झारखंड के डालटनगंज के विश्रामपुर थाना क्षेत्र के लालगढ़ विहार में रहती हैं। उनकी पत्नी-बच्चे झारखंड में रहते हैं, जबकि वह भरूच में नौकरी करती थीं।
विश्वासियों ने बताया कि 17 दिसंबर को विश्व के बाद सेप्सिस से पत्थर के अंग प्रभावित हुए। गंभीर घावों से जीवित प्राणियों की मृत्यु हो गई। बुज़ुर्ग ने हैवानियत की हदें पार करते हुए सुपरस्टार के स्वाद अंग में सरिया डाल दिया था। वहीं, पहचान के लिए पत्थर से मुंह कुचल दिया गया था। कास्ट के असली शरीर को डेडलिफ्ट की प्रक्रिया चल रही है।
निष्पक्षता से बातचीत नहीं करने दे रहा गुजरात प्रशासन
ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि मासूम की मौत की सूचना के बाद सोलो से बातचीत करने का प्रयास किया गया था, लेकिन बातचीत नहीं हो पाई। उनके फोन बंद कर दिए गए हैं। जिस अस्पताल और वार्ड में बच्ची का इलाज चल रहा था। वहां भी पुलिस का पहरा लगा दिया गया है. किसी को वहां मिलना ही नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने गुजरात में कांग्रेस के नेताओं से भी कहा कि वे लोकतंत्र की मदद करें। सीएम रसेल सोरेन ने भी इस मामले में पीड़ित परिवार को मदद करने का निर्देश दिया है।
निर्दोष के लिए न्याय हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता
ग्रामीण विकास मंत्री दीपक पांडे सिंह ने अपने एक्स एकाउंटिंग पर लिखा है कि भरूच, गुजरात में झारखंड के एक श्रमिक की इस बच्ची के साथ जो हुआ, वह हमें झकझोर कर रख देता है। हमने हरसंभव प्रयास की, उसे बचाने के लिए, उसे एक नया जीवन देने के लिए। मुख्यमंत्री स्टालिन सोरेन के निर्देश पर टीम लगातार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रही।
गुजरात सरकार और अधिकारियों से लगातार बातचीत कर हमने हर सहायता संस्थान की कोशिश की। लेकिन दुर्भाग्य से, आज शाम हमारी दोस्ती की कोशिशें नाकाम रहीं। इस निर्दोष के लिए न्याय हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
हम निश्चित करेंगे कि उनके हत्यारों को कड़ी सजा मिलेगी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर झारखंड सरकार ने गुजरात सरकार से अपील की है कि यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले और न्याय में कोई देरी न हो।
क्या है पूरी घटना
गुजरात में भरूच जिले के जघड़िया जी डाटाबेस में 16 दिसंबर की शाम को झारखंड के पलामू के रहने वाले श्रमिक दंपत्ति की 10 साल की बेटी के साथ रोमांस की घटना हुई थी। अविश्वास करने वाला भी झारखंड के पलामू का ही रहने वाला है। बस्तु ने न केवल रैप बनाया, बल्कि सरिया में घुसेड़ दिया। गंभीर घावों से जीवित प्राणियों की मृत्यु हो गई। भरूच में प्राइमरी ट्रीटमेंट-मार्जरी के बाद सिगरेट का वडोदरा में इलाज चल रहा था।