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चौथम खंड के अधीन इकाई घाट और खैरता घाट के बीच बागमती नदी पर बनने वाले पुल ने सचिवालय पकड़ ली है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले साल जून तक पुल तैयार हो जाएगा। जिसके बाद पुल पर साहिली का काम शुरू हो गया। उल्लेखनीय है कि बागमती नदी पर पुल बनने से दियारा क्षेत्र के चार पंचायत के 50000 की आबादी का सीधा किनारा मुख्यालय से होगा।
तुलनात्मक रूप से हो किरा क्षेत्र के चार पंचायत ठूठी मोहनपुर, सरसावा, बुच्चा, रोहियार के लोगों का एकमात्र सहारा खंड तट आने का नाव है। बिहार में बाढ़ को लेकर पुल का निर्माण बंद था। बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के निरीक्षण में बागमती नदी पर 56 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण किया जा रहा है। जो कुछ दिन पहले मधुमेह को लेकर काम पूरी तरह से बंद था। अब लक्ष्य 10 दिन के कार्य ने सचिवालय पकड़ ली है।
निर्माण कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर सुभाष पांडे के अनुसार युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि चौथम खंड क्षेत्र बागमती नदी के बीच के अधीन है, हाईस्टायर आरसीसी पुल पर लगभग 500 मीटर की लंबाई में पुल का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उक्त पुल को लेकर सरकार की ओर से विभाग को 56.14 करोड़ रुपये की राशि लगाई गई थी। 20 स्पेन की बनने वाली इस पुल में कुल 21 पाया का निर्माण हो रहा है। जिसमें अधिकांश निर्माण कार्य का भुगतान किया जा चुका है। बीस स्पेन से पूरा होने वाले पुल पर अब तक नौ स्पेन में पुल पर धलाई का काम पूरा हो चुका है।
पुल बनने से पोलैंड जिले की दूरी कम होगी चौथम मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर की दूरी पर फेनगो हॉल्ट तक की दूरी है। वहां से बच्चों की दूरी लगभग 35 किलोमीटर है। अभी लोगों को बीपी मंडल सेतु पार कर बजनाथपुर से लगभग 62 किलोमीटर की दूरी तय करनी है। पुल बनने के बाद लोगों को लगभग 15 किमी की दूरी तय करनी होगी। इन लोगों का समय भी बचेगा।
अगले वर्ष से पुल पर कार्य शुरू हो जाएगा ^बाढ़ के बाद 15 दिन से स्तर युद्ध पर पुल का निर्माण कार्य जारी है। निर्माण कंपनी को जून 2025 तक कार्य पूरा करने के निर्देश दिये गये हैं। सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो अगले साल से पुल पर कार्य शुरू हो जाएगा। – शशिभूषण, ईई, पुल निर्माण निगम, खगड़िया।