धनबाद जिले के झरिया स्थित लोदना ओपी क्षेत्र के आठ नंबर में बुधवार शाम तेज बारिश के बीच बड़ा हादसा हो गया। बीसीसीएल के खाली पड़े आवास में छिपे 6 से 7 लोग अचानक मलबे में दब गए।
जानकारी के मुताबिक, बारिश से बचने के लिए कुछ बच्चे और स्थानीय लोग पुराने आवास में शरण लिए हुए थे। इस दौरान आवास से ईंट निकालने का काम लाल बाबा नामक व्यक्ति द्वारा कराया जा रहा था। अचानक दीवार गिरने से सभी लोग मलबे में दब गए।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और जेसीबी की मदद से रेस्क्यू अभियान चलाया गया। सभी घायलों को बाहर निकाला गया। इनमें बच्ची सुशमा कुमारी समेत कई लोगों की स्थिति नाजुक बताई जा रही है। सभी को 108 एंबुलेंस के जरिए शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एसएनएमएमसीएच) भेजा गया।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि बीसीसीएल की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ। दरअसल, विस्थापितों को करमाटांड में पुनर्वासित कर दिया गया था, लेकिन पुराने और जर्जर क्वार्टरों को ढहाने की कार्रवाई समय पर नहीं की गई।
फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है, वहीं इलाके में इस घटना से दहशत और आक्रोश का माहौल है।
कुसुम न्यूज़ से कुमार की रिपोर्ट