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निजी वैन चालकों का सत्यापन न तो स्कूल प्रबंधन करता है और न ही पुलिस | निजी वैन का न स्कूल प्रबंधन कराता है वे और न ही पुलिस – रांची समाचार

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स्कूल में चलने वाली वैन और ऑटो रेंटल में छोटे-छोटे बच्चों को लाया जाता था, वे सुरक्षित नहीं रह गए। रांची में एक बार फिर चार साल के बच्चे के साथ स्कूल वैन चालक ने यौन उत्पीड़न किया। हालाँकि मामला सामने आने के बाद समोआ वैन चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

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मामला सामने आने के बाद वडोदरा पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उनके बाद कई दिशा निर्देश भी जारी किए गए थे कि वैन ड्राइवर का पहले सत्यापन किया जाएगा। वैन में बच्चे और नाम के साथ एक महिला रहेगी। कुछ दिन तक तो उक्त निर्देशों का पालन किया गया, फिर जैसे ही मामला शांत हुआ फिर से वैन में बच्चा अकेले जाने लगा और उद्धरण का सत्यापन बंद हो गया।

इस बारे में ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने कहा कि अगर कोई भी संस्थान, रेयर स्कूल या कोई कंपनी है, कोई भी व्यक्ति बहाल करता है तो उसका पार्टिसिपेट वेरीफिकेशन अनिवार्य है। अगर किसी स्कूल में वेरीफिकेशन सैनिक बिना वैन ड्राइवर के रखे जा रहे हैं तो ये गलत है। अलग-अलग वेरिफिकेशन क्यों नहीं करा रहे, इसे भी देखें।

प्राइवेट वैन की जिम्मेदारी अभिभावकों की: स्कूल प्रबंधन

स्कूल में जो प्राइवेट वैन आते हैं या जिन प्राइवेट ऑटो से चाइल्ड स्कूल आना-जाना करते हैं, उसकी जिम्मेदारी माता-पिता की है। हम स्कूल से बच्चों को ले जाने वाले वैन पिक्चर के डिटेल्स, मोबाइल नंबर लेकर रहते हैं। -परमजीत कौर, चेयरपर्सन, सहोदया

एक घटना के बाद कुछ दिन का विनाश हुआ, फिर सब भूल गए

डेली मार्केट इलाके में स्थित प्ले स्कूल में पढ़ने वाले तीन साल के छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार की घटना हुई थी। सुसान स्थान पर गाड़ी रोककर छात्रों के साथ अप्राकृतिक यौनाचार करता था। इस मामले में स्कूल वैन चालक कुँवर किस्पॉटट्टा को गिरफ्तार किया गया था।

शहर में 100 से ज्यादा प्राइवेट स्कूल, इनमें 1000 से ज्यादा प्राइवेट वैन और ऑटो से आते-जाते हैं बच्चे केस 1 रांची शहर में 100 से अधिक छोटे और बड़े प्राइवेट स्कूल हैं। इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को घर से स्कूल तक लाने व ले जाने के लिए 1000 से अधिक प्राइवेट स्कूल वैन व ऑटो हर दिन लगे रहते हैं। लेकिन इन वैन वे अटोटो के राक्षसों का ना ही स्कूल प्रबंधन वेर असिस्ट कराता है और ना ही पुलिस की जांच होती है। यही वजह है कि कुछ समय बाद वैन या ऑटो में ऐसी घटनाएं हो जाती हैं।

रोज़ ऑटो और ई-क्रिएट सहित वैन में इसी तरह लड़के स्कूल आते-जाते हैं बच्चे। यह संगीतकार का भी उल्लंघन है।

केस 2 मेसरा में स्थित स्पेक्ट्रा ग्लोबल स्कूल में 4 साल के बच्चे के साथ स्कूल के वैन ड्राइवर ने यौन उत्पीड़न किया। इसके बाद बीआईटी मेसा की ओर से शिकायत दर्ज करायी गयी, तब बेरोजगार रोशन भोक्ता को गिरफ्तार कर लिया गया।

केस 3 जाकिर हुसैन पार्क के पास एक इलेक्ट्रॉनिक्स ऑटो से अपने घर जा रही थी। ऑटो चालक ने रेलवे स्टेशन पर देर शाम को सबसे पहले बदमाशों की तलाश की, इसके बाद चाकू मारने की कोशिश की गई। ऑर्केस्ट्रा ने शोर मचाना शुरू किया तो आर्टिस्ट ने शोर मचाना शुरू कर दिया और भाग निकला।

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