संजीव सिंह फिलहाल रांची के रिम्स अस्पताल में इलाजरत हैं। (फाइल)
झरिया के पूर्व विधायक और भाजपा नेता संजीव सिंह को नीरज सिंह हत्याकांड में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। यह मामला पिछले 8 वर्षों से झारखंड की राजनीति और कानून व्यवस्था का केंद्र बना हुआ था।
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संजीव सिंह फिलहाल रांची के रिम्स अस्पताल में इलाजरत हैं। वहीं, उनका स्वास्थ्य परीक्षण जारी है। इस केस से जुड़े सभी शूटर पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। इनमें अमन सिंह, शिबू उर्फ सागर, कुर्बान अली और चंदन सिंह उर्फ सतीश शामिल हैं।
3 दिसंबर 2023 को धनबाद जेल में बंद अमन सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या की जिम्मेदारी आशीष रंजन सिंह ने ली थी। आशीष को 6 अगस्त 2025 को यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया था।
23 मार्च 2017 को मामला हुआ था दर्ज झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 से जेल में बंद हैं। उन पर धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या का आरोप है। नीरज सिंह हत्याकांड मामले में 23 मार्च 2017 को सरायढेला थाना में नीरज के भाई अभिषेक सिंह की लिखित शिकायत पर संजीव सिंह, मनीष सिंह, पिंटू सिंह, महंत पांडेय और गया प्रताप सिंह के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इस हत्याकांड में पुलिस को संजीव सिंह की भूमिका षडयंत्रकारी की मिली, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
आठ साल पहले हुई थी नीरज सिंह की हत्या पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह की शूटरों ने 22 मार्च 2017 की रात को गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हमले में नीरज सिंह को लगभग 25 गोलियां लगीं थीं।