धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो ने गुरुवार को संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर सांसद ने धनबाद की जनता की ओर से उन्हें रामराज मंदिर का स्मृति चिन्ह और शॉल भेंट कर अपनी भावनाएं प्रकट कीं।
इस आत्मीय मुलाकात को और भी विशेष बना दिया सांसद की धर्मपत्नी सावित्री देवी ने, जिन्होंने चिटाहीधाम से लाई गई राखी प्रधानमंत्री मोदी को सादर भेंट की। उन्होंने आग्रह किया कि यह राखी रक्षाबंधन के दिन प्रधानमंत्री अपने हाथ पर बांधें। यह पल न केवल भावनात्मक था, बल्कि एक संस्कृति और श्रद्धा से जुड़ा अनोखा क्षण भी बन गया।
एयरपोर्ट के लिए दिया मांग पत्र
मुलाकात के दौरान सांसद ढुल्लू महतो ने प्रधानमंत्री को एक विस्तृत मांग पत्र सौंपते हुए धनबाद में एयरपोर्ट की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि धनबाद को देश की कोयला राजधानी कहा जाता है, और यहां देश के प्रमुख औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थान जैसे:
- IIT-ISM
- CIMFR (सिंफर)
- HURL
- DVC
- BCCL
जैसे प्रतिष्ठान मौजूद हैं, फिर भी एयरपोर्ट की सुविधा नहीं होने के कारण क्षेत्र का आर्थिक और औद्योगिक विकास बाधित हो रहा है। उन्होंने पीपीपी मॉडल (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) पर एयरपोर्ट को पुनः संचालित करने अथवा नए एयरपोर्ट के निर्माण की जोरदार मांग की।
प्रधानमंत्री ने दिया आश्वासन
सांसद के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ध्यानपूर्वक सारी बातें सुनीं और भरोसा दिलाया कि यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने धनबाद की जनता की भावनाओं और ज़रूरतों को गंभीरता से लिया।
सांसद का सोशल मीडिया पोस्ट भी वायरल
सांसद ढुल्लू महतो ने इस मुलाकात की जानकारी अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भी साझा की, जो देखते ही देखते वायरल हो गई। उन्होंने लिखा:
“आज संसद सत्र के दौरान पीएमओ ऑफिस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से मुलाकात कर धनबाद एयरपोर्ट के पुनर्संचालन एवं विस्तार समेत झारखंड के विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषयों को लेकर विस्तार से चर्चा किया।“
“जनता की भावनाओं और ज़रूरतों को प्रधानमंत्री जी के समक्ष रखा। उन्होंने विषय को गंभीरता से लिया और यथाशीघ्र आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया।“
निष्कर्ष:
यह मुलाकात जहां एक ओर रक्षाबंधन के पावन भाव से जुड़ी रही, वहीं दूसरी ओर धनबाद की विकास-यात्रा को नई दिशा देने वाली साबित हो सकती है। अब देखने वाली बात होगी कि प्रधानमंत्री कार्यालय इस मांग पर क्या ठोस कार्रवाई करता है।
कुसुम न्यूज़ रिपोर्ट