कश्मीर-हिमाचल में उथल-पुथल; झारखंड में असर
पूरे झारखंड में इन दिनों हाड़ कंपनी ली वाली ठंड झेल रही है। कश्मीर और हिमाचल में हो रही समुद्र तट का राज्य पर सीधा असर हो रहा है। मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अभी राज्य में यह शीतलहर का खजाना बना रहेगा।
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मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। कांके का पारा 2.4 और नामकुम-मैक्लुस्कीगंज का 2.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। रांची का पारा 2.8 डिग्री 7.6 डिग्री पर पहुंच गया है।
दिसंबर के दूसरे सप्ताह में पहली बार ऐसी ठंड
मौसम विभाग के पिछले सागरों के आंकड़े देखें तो पिछले चार साल में दिसंबर के दूसरे हफ्ते में पहली बार ऐसी हाड़ कंपनी देने वाली ठंड पड़ रही है। स्थापत्य झीलों से रांची के कांके, मैक्लुस्कीगंज, नामकुम सहित अन्य जिलों में होटलों में पुआल और पेड़-पत्तों पर ओस की बूंदें जमने लगी हैं। कनकनी में काफी भीड़ हो गई है।
शीत लहर का येलो संभावित जारी
इधर, बोकारो, अंबेडकर, ऑस्ट्रिया, गढ़वा, छात्रहार, लोहरदगा और गुमला में शीत लहर से जन-जीवन हलकान हो रहा है। मौसम विभाग ने इन समुद्र तट पर शीत लहर को लेकर येलो जारी किया है।
ठंड का असर ऐसा है कि गढ़वा का पारा 4 डिग्री तो खूंटी-लोहरदगा का 4.1 और जगन्नाथपुर का 4.7 डिग्री दर्ज किया गया। अज्ञात हवा से लोगों का जीना मुहाल हो गया है।
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार बर्फीली हवा से तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। राज्य के 22 वर्ष का पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया है।
कुछ उत्पाद 5 डिग्री के नीचे हैं। 16 दिसंबर को भी ठंड रहेगी। हालाँकि, इसके बाद शीत लहर चलने की संभावना नहीं है। 17 दिसंबर से तापमान में बढ़ोतरी से ठंड से कुछ राहत मिली।

कल से छांगे बादल, 20-21 को बारिश
आईएमडी के अनुसार अगले सप्ताह से सीज़न फिर से बदलाव। 17 दिसंबर से रांची सहित राज्य के अधिकांश हिस्सों में बादल छाएंगे। इससे न्यूनतम मानक तापमान और ठंड में कुछ कमी आएगी।
अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री तक बढ़ने की संभावना है। इसके बाद 20 और 21 दिसंबर को रांची समेत पूरे राज्य में बारिश हो सकती है। बारिश के बाद एक बार फिर ठंड का मौसम। साल की परेड के साथ ठंड के बीच गुर्जी।