रांची: JSSC-CGL परीक्षा में कथित गड़बड़ी को लेकर आंदोलनरत छात्रों पर सोमवार को रांची के नामकुम स्थित JSSC मुख्यालय के बाहर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान छात्र नेता और JLKM के प्रत्याशी देवेंद्र महतो की जमकर पिटाई की गई, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिसिया कार्रवाई की तीव्र आलोचना हो रही है।
विधायक जयराम महतो ने की कार्रवाई की निंदा-:डुमरी विधायक जयराम महतो ने पुलिस की इस कार्रवाई को अत्यंत गलत और असहनीय बताया। उन्होंने कहा कि देवेंद्र महतो के साथ जिस तरह की बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की गई है, वह निंदनीय है। जयराम महतो ने रांची के वरीय पुलिस अधिकारियों से फोन पर बात की और कहा कि अगर शांति भंग होने का खतरा था, तो उन्हें नजरबंद किया जा सकता था, लेकिन पिटाई करना अनुचित है।
आंदोलन का कारण: JSSC-CGL परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप-:JSSC-CGL परीक्षा को लेकर राज्यभर के छात्र लगातार आंदोलन कर रहे हैं। छात्रों का एक बड़ा समूह परीक्षा में गड़बड़ी और कथित भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहा है। हालांकि, हेमंत सरकार ने पहले ही इस परीक्षा की CID जांच का आदेश दिया है। बावजूद इसके 16 दिसंबर से सफल अभ्यर्थियों के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
छात्रों का प्रदर्शन और पुलिस लाठीचार्ज-:सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों से आए सैकड़ों छात्र अभ्यर्थियों ने JSSC मुख्यालय का घेराव किया। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे छात्र नेता देवेंद्र महतो को पुलिस ने लाठीचार्ज कर घायल कर दिया। इसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। मौके पर रांची जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे, फिर भी प्रदर्शन को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग किया गया।
जयराम महतो ने पुलिस की कार्रवाई को तानाशाही रवैया करार देते हुए कहा कि छात्रों की मांगों को शांतिपूर्ण तरीके से सुनना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ऐसी घटनाएं दोबारा होती हैं, तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। JSSC-CGL परीक्षा को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। छात्र संगठनों का कहना है कि वे अपनी मांगों को लेकर आंदोलन जारी रखेंगे। वहीं, पुलिसिया कार्रवाई ने इस मामले को और गर्मा दिया है।