झारखंड में लगातार दूसरी बार सत्य निष्ठा वाली वैशाली सोरेन सरकार की प्राथमिकता सूची में नौकरी पहले नंबर पर है। सरकार ने अपना रोडमैप तैयार कर लिया है। एक महीने में करीब 3000 पुश्तों पर कस्टमर प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जे
.
इनमें से बैगन और सार्जेंट के 400, पेपैलेट लेवल के 500, टेक्निकल ग्रेजुएट के 400 और ग्रेजुएट लेवल के करीब 1000 के लिए अगले महीने विज्ञापन जारी होने की उम्मीद है। आचार्य एवं सहायक अध्यापक के लिए 26,001 दुकानदारों के लिए फेस्टिवल बैग हो जाता है।
सर्वोच्च न्यायालय ने इसका परिणाम रोक रखा है। यह रोके गए उपकरणों का ही परिणाम जारी होगा। उधर, जापान के एसएससी और जे.एस.एस.सी. में करीब 10 हजार यात्री एक डूबे हुए शेयर हैं। इन पुलिस जवानों के 4900 पुश्तों पर बेचे जाने वाले टेस्ट होने की उम्मीद है। इसके लिए करीब 16 लाख आवेदन आया है।
वहीं उत्पाद सिपाहियों के 583 पुर्जों के लिए भी फिर से बहाली शुरू होगी। जंपर्स और जेएसएससी वर्ष 2025 में होने वाली प्रतियोगिता का कैलेंडर इसी महीने जारी किया जा सकता है। वर्तमान में जापान एसएससी और जेएसएससी से 39 हजार यात्रियों के लिए परीक्षा और परिणाम का इंतजार है।
राज्य में कुल 5.25 लाख उत्पाद हैं। इनसे 2.50 लाख पद खाली हैं। गृह विभाग में सबसे ज्यादा पद खाली हैं तो शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग में दूसरे और तीसरे नंबर पर हैं। उधर, बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बन गई है। इसका सीधा प्रभाव सरकारी कार्य पर पड़ रहा है। ना तो ठीक से राजस्व विकास हो रही है और ना ही विकास कार्य हो रहे हैं।
फैक्ट्री न होने से तैयार हो रही है क्षत्रियों की फौज
- उद्यमों की फौजदारी तैयार हो रही है। बच्चे की उम्र निकल रही है।
- राजस्व लक्ष्य के विनिर्देश नहीं हो पा रहे हैं। इससे विकास प्रभावित हो रहे हैं।
- कर्मचारी काम से प्रभावित नहीं हो रहे हैं, बजट का राशि खर्च नहीं हो रहा है।
- चालू वित्तीय वर्ष के आठ महीने गुजर गए हैं, लेकिन योजना एवं विकास पर 40 प्रतिशत राशि ही खर्च हुई है। यह सबसे बड़ा कारण है मैनपावर की कमी।
ऐसे हालात क्यों…पद सृजित तो हुआ, पर सुझाव नहीं
बिहार, बंगाल और कर्नाटक सहित कई राज्यों में एक करोड़ की आबादी पर एक लाख पद का सृजन होता है। अविभाजित बिहार में भी ऐसा ही था। पुनर्गठन संरचना के बाद यहां कार्यशीलता को बढ़ाया गया तो बड़े पैमाने पर पद का सृजन किया गया, लेकिन उस अनुपात में गठन नहीं हुआ। यदि अन्य राज्यों के फॉर्मूले को आधार बनाया जाए तो भी कम से कम 1.50 लाख की नियुक्ति करना ही होगा। क्योंकि झारखंड की आबादी करीब चार करोड़ तक पहुंच गयी है।
ये नियुक्तियाँ भी क़तार में…
सीजीएल अर्थात सामान्य स्नातक: 2025 के लिए हुई परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट जारी हो गई है। 2231 डेमोक्रेट सफल हुए हैं। 16 से 20 दिसंबर तक डॉक्युमेंट वेर असैनिट के बाद नोट बुक के नाम जारी होंगे।
निगम सेवा: 927 डॉक्यूमेंट्री के लिए वेर बैचलर के बाद 290 यात्रियों को सफल घोषित किया गया। गार्डन गार्डन के अध्यक्ष, वेटरनरी बिशप, सीनेटरी और फर्नीचर इंस्पेक्टर, सीनेटरी सुपर निर्देशक, राजस्व पर्यवेक्षक और विधि सहायक के पद पर होंगे। शेष के लिए भी जल्द ही सूची जारी होगी।
बीएसएनएल सिविल सेवा परीक्षा: 342 प्लास्टिक पर रेस्तरां के लिए पीटी के बाद मेन टेस्ट भी हो जाता है। मुख्य परीक्षा में 5600 इंजीनियर शामिल थे। कॉपियों की जांच पूरी हो चुकी है। जापान के प्रेसिडेंट की कंपनी का रिजल्ट जारी हो जाएगा।
विश्वविद्यालय अधिकारी: फर्मों में 22 पद पर गैजेट्स के लिए आवेदनों की खरीददारी हो गई है। राष्ट्रपति के प्रोडक्शन हाउस का ही इंटरव्यू शुरू होगा।
सी.डी.नि.: बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीआईपीओ) के 64 पदों के लिए भर्ती परीक्षा हो चुकी है। जंतर-मंतर के अध्यक्ष की कंपनी का रिजल्ट जारी होगा।
महिला पर्यवेक्षिका: जेसी ने महिला पर्यवेक्षिका के 444 यात्रियों के लिए सितंबर में परीक्षा ली थी। रिजल्ट शीघ्र जारी होगा।