झारखंड विधानसभा का पहला सत्र कल से
छठी विधानसभा का पहला सत्र कल से शुरू हो रहा है। यह 12 दिसंबर तक का समय है। इस बार के सदन अलग अंदाज में रहते हैं। ऐसा पहली बार हो रहा है जब सदन में मनोनीत नेता नहीं होंगे। संविधान में संशोधन के बाद एंग्लो इंडियन के मनोयन का यह पद पूरे देश में समाप
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इसमें अतिरिक्त सदनों में 20 नये विधायक भी शामिल होंगे। वहीं अब तक की संभावनाओं के मुताबिक नेता प्रतिपक्ष भी नहीं होंगे। अब तक इनका चयन नहीं हुआ है। वहीं 10 दिसंबर को विधानसभा में राष्ट्रपति का चुनाव होना है। नाली सेमु झामो के विधायक रबींद्रनाथ महतो फिर से इंजीनियर बन सकते हैं।
आज भारत-एनडीए की बैठक
पहले सत्र को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। सत्र को लेकर भाजपा और भारत गठबंधन दोनों की बैठक आज होगी। बीजेपी के विधायक जहां प्रदेश पार्टी कार्यालय में बैठक करेंगे, वहीं ‘इंडिया’ के विधायक सीएम आवास में बैठक कर रहे हैं। दोनों नमूने ने अपने नाम को हर हाल में बैठक में शामिल रहने को कहा है। बैठकों में दोनों पक्ष पहले सत्र को लेकर अपनी-अपनी रणनीतियाँ बिगाड़ते हैं।
वैसे इस बार विधानसभा में नजारा काफी बदला-बदला सा है। नामांकित संख्या बल में काफी दोषपूर्ण हो गया है। मनोनीत विधायक भी नहीं है. उधर, प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी ने शुक्रवार को ही इंटरनैशनल को लेकर हाई स्कूल मीटिंग कर दिशा-निर्देश दे दिए हैं।
घर में दिखेंगे 20 नए चेहरे
सदन में इस बार 20 नए चेहरे दिखेंगे, जो पहली बार चुनाव जीतेंगे। 19 ऐसे विधायक हैं, जो पिछली विधानसभा में नहीं थे। चार दल ऐसे हैं, जो अकेले हैं। इनमें सेंध, सुपरमार्केट, आजसू और जेकेएम शामिल हैं। पहली बार 12 महिलाएं निर्वाचित हुई हैं। संभावना है कि यह सत्र बिना नेता प्रतिपक्ष के ही आगे बढ़ेगा।

रबींद्रनाथ महतो फिर बन सकते हैं गद्दार
नाली सेमु झामो के विधायक रबींद्रनाथ महतो फिर से इंजीनियर बन सकते हैं। पासपोर्ट के अनुसार आज हो रही इंडिया अलायंस की बैठक में उनके नाम पर संग्रहालय बनाया गया। नामांकन के बीच नामांकन के बाद इसकी घोषणा होगी। मूल रूप से 9 दिसंबर को एक ही नामांकन पत्र जारी किया जाएगा। शिक्षक का चुनाव निर्विरोध तय माना जा रहा है।
संख्या बल में रचना काफी भव्य
इस बार संख्या बल में नामांकन काफी कमज़ोर है। 25 नाम वाली भाजपा 21 पर आधारित है। आजसू 3 से एक हो गया है। फैक्ट्री और फैक्ट्री के एक-एक विधायक हैं। यहां कुल 24 विधायक हैं। बिरंची, भानु, अनंत ओझा, रणधीर सिंह हार गए। आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी चुनाव हार गए हैं।
