दिल्ली हाईकोर्ट के पूर्व जज जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से जले हुए कैश की बरामदगी के एक महीने बाद एक बार फिर मामला चर्चा में है। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गंभीर चिंता जताते हुए एफआईआर न होने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “हर संज्ञेय अपराध में एफआईआर दर्ज होना जरूरी है, चाहे वह किसी भी पद पर व्यक्ति क्यों न हो” उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की तीन-जजों की समिति से जांच तेज़ करने की अपील की।
साथ ही यह भी पूछा कि घटना 14-15 मार्च को हुई थी, लेकिन सार्वजनिक रूप से सामने एक हफ्ते बाद क्यों आई? उपराष्ट्रपति ने यह भी स्पष्ट किया कि जजों के खिलाफ जांच के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए, सिर्फ कानून का शासन लागू होना चाहिए…
