सिंदरी (SINDRI): 9 नवंबर को आर्यसमाज परिसर, रोहडावाद में भाकपा–माले की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता साथी सहदेव सिंह ने की। इस दौरान संगठन ने निर्णय लिया कि 7 से 15 नवंबर तक धरती आबा बिरसा मुंडा के जन्मोत्सव को उलगुलान संकल्प सप्ताह के रूप में मनाया जाएगा।
बैठक में राज्य कमेटी द्वारा भेजे गए निर्देशों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया और कई मुद्दों पर आगे की रणनीति तय की गई।
चर्चा के प्रमुख बिंदुओं में शामिल थे—
- पेशा छूटे बिना भूमि अधिग्रहण न करने की मांग को मजबूत करना।
- 5वीं एवं 6ठी अनुसूची, साथ ही सीएनटी–एसपीटी सहित सभी विशेष भूमि संरक्षण कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन पर जोर देना।
- माओवाद विरोधी अभियानों के नाम पर आदिवासी समुदायों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की मांग।
- सोनम वांगचुक की रिहाई और लद्दाख में 6ठी अनुसूची लागू करने की आवश्यकता पर बल।
- स्थानीय youth को 75% रोजगार सुनिश्चित कराने के लिए आंदोलन को तेज करना।
बैठक में निर्णय लिया गया कि इन सभी मुद्दों पर संगठन व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाएगा। साथ ही 15 नवंबर को बीआईटी परिसर में आयोजित होने वाले बिरसा मुंडा की आदमकद प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में सामूहिक रूप से शामिल होकर इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारी की जाएगी।
कार्यक्रम में जिन सदस्यों ने अपनी सहभागिता दी, उनमें शामिल थे—
अमर सिंह, पुरन सिंह, विरिंची महतो, अनिल सिंह, जितू सिंह, अमित सिंह, प्रकाश मंडल, दिलीप विश्वकर्मा, विनोद महतो, निमाय दे, सनी कुमार मुंडा, रौशन सिंह, करम चंद मंडल, प्रदीप महतो और जितेंद्र सिंह।