यह खंड परिचालन की दृष्टि से अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, जिसमें 1 in 80 की तीव्र ढाल (gradient) है। इस कठिन सेक्शन में इतने भार वाली लॉन्ग हॉल ट्रेन का सफलतापूर्वक संचालन पूर्व मध्य रेल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस ऐतिहासिक पहल में महाप्रबंधक श्री छत्रसाल सिंह ने स्वयं आगे बढ़ते हुए फुट प्लेटिंग की तथा परिचालन के हर पहलू का प्रत्यक्ष निरीक्षण किया।
गौरतलब है कि इस खंड में अक्सर लोडेड मालगाड़ियों के रुकने (stalling) की समस्या उत्पन्न होती थी, जिससे रेल परिचालन बुरी तरह प्रभावित होता था। इस कदम से ऐसे रुकावटों पर प्रभावी नियंत्रण संभव होगा और धनबाद मंडल से कोयले की तेज एवं निर्बाध निकासी (evacuation) को भी बढ़ावा मिलेगा।
यह प्रयास मालगाड़ी संचालन की दक्षता एवं विश्वसनीयता बढ़ाने की दिशा में पूर्व मध्य रेल द्वारा उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है
कुसुम न्यूज़ से कुमार की रिपोर्ट
