



पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों को भारतीय संविधान की प्रस्तावना का कराया पठन
भारत के संविधान के लागू होने के 75वें वर्ष (प्लैटिनम जुबिली वर्ष) के अवसर पर आज धनबाद जिला में भी संविधान दिवस हर्षोल्लास एवं गरिमा के साथ मनाया गया।
उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री आदित्य रंजन ने भारत के संविधान के लागू होने के 75वें वर्ष के अवसर पर समाहरणालय स्थित सभागार में जिला के पदाधिकारियों तथा कर्मियों के साथ भारत के संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया।
उपायुक्त श्री आदित्य रंजन ने संविधान में निहित मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सभी को सचेत और समर्पित रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “भारतीय संविधान न केवल एक दस्तावेज है, अपितु यह हमारी लोकतांत्रिक परंपरा, समानता, न्याय और स्वतंत्रता का जीवंत प्रतीक है। संविधान की प्रस्तावना में निहित मूल्यों को हमें अपने दैनिक कार्यों में आत्मसात करना चाहिए।”
🌟 भारत का संविधान 🌟
🔆”हम, भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण 🔆
प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों कोः
सामाजिक, आर्थिक, और राजनैतिक न्याय; विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म, और उपासना की स्वतंत्रता;
प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए
दृढ़संकल्प होकर अपनी इस संविधान सभा में आज तारिख २६ नवंबर, १९४९ ई (मिति मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी, सम्वत दो हजार छह विक्रमी) को एतद्वारा इस संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित, और आत्मार्पित करते हैं।”
कुसुम न्यूज़ से निशा की रिपोट